
नारायणपुर। अबूझमाड़ में जारी एंटी-नक्सल अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुठभेड़ में माओवादी संगठन का टॉप लीडर और 1 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली नम्बाला केशव राव उर्फ बसवराजू मारा गया है। बसवराजू नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का पोलित ब्यूरो सदस्य था और देश में नक्सल नेटवर्क को संचालित करने में उसकी बड़ी भूमिका मानी जाती थी।
सूत्रों के अनुसार, बसवराजू नक्सल संगठन के शीर्ष रणनीतिकारों में शामिल था और माओवादी गतिविधियों की कमान उसी के हाथ में थी। उस पर कई राज्यों में हिंसक घटनाओं की साजिश और जिम्मेदारी का आरोप था।
बता दें कि यह मुठभेड़ अबूझमाड़ के जंगल और पहाड़ी इलाकों में चल रही है, जिसका एक लाइव वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियों जिसमें गोलियों की तड़तड़ाहट और जंगलों में जवानों की कार्रवाई स्पष्ट सुनाई दे रही है। वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह एक बड़ा और सुनियोजित ऑपरेशन था।
अब तक की जानकारी के अनुसार, इस मुठभेड़ में 26 नक्सली मारे गए हैं, जबकि 1 जवान शहीद हुआ है। हालांकि, बसवराजू की पहचान की आधिकारिक पुष्टि पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के बाद ही की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि इस मुठभेड़ में माओवादी संगठन की कंपनी नंबर-07 के कई पीबीएम (पॉलिट ब्यूरो मेंबर) और सीसीएम (सेंट्रल कमेटी मेंबर) स्तर के कैडर भी मारे गए हैं। यह ऑपरेशन माओवादियों के संरचना पर बड़ा हमला माना जा रहा है।
कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर जवानों ने 31 नक्सलियों को किया ढेर
गौरतलब है कि इससे पहले छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर सुरक्षाबलों ने अब तक का सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट नामक यह अभियान 21 अप्रैल से 11 मई तक चला, जिसमें जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया और नक्सल नेटवर्क को गहरा झटका दिया। इस अभियान के दौरान 214 माओवादी ठिकानों और बंकरों को ध्वस्त किया गया, जबकि 450 आईईडी (विस्फोटक उपकरण) बरामद किए गए।
ऑपरेशन की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कोबरा और डीआरजी के 18 जवान घायल भी हुए, लेकिन ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा छत्तीसगढ़ को 2026 तक नक्सलमुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत यह अभियान बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। लगातार हो रहे अभियानों और बढ़ते दबाव के चलते कई नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं।